डूंगरपुर,राजस्थान जिले में रबी फसलों के लिए यूरिया खाद की मांग तेजी से शुरू हो गई है। क्षेत्र के पास स्थित सहकारी समिति को 81 मीट्रिक टन खाद प्राप्त हुई है, जिसका 3 ट्रालियों में परिवहन किया गया है। किसानों को खाद बांटने का काम भी शुरू कर दिया गया है और 45 किलो की बोरी की कीमत 270 रुपए तय की गई है। समिति के अध्यक्ष ने कहा कि जैसा आप सब जानते है सर्दी के मौसम में रबी की फसल बोई जा रही है और गेहूं, धान और सरसों के लिए यूरिया खाद की मांग तेजी से बढ़ रही है।
इसी के चलते किसानों द्वारा जिले में 125 मीट्रिक टन खाद की मांग है, जिसमें से आज 3 ट्रॉली यानी 81 मीट्रिक टन खाद आ चुकी है। मांग बढ़ने के कारण फिर से खाद की कमी दिखाई देने लगी है और खाद को खरीद-बिक्री के लिए गोदामों में ले जाया जा रहा है। इसके साथ ही क्रय विभाग ने खाद की बिक्री भी शुरू कर दी है ताकि आने वाले दिनों में किसानों को खाली हाथ न लौटना पड़े।
आपको बता दे कि प्रत्येक किसान को 2 बोरी मिलेगी। आने वाली मांग के अनुसार किसानों को उनकी जरूरत के मुताबिक और बैग दिए जा सकते हैं। यूरिया खाद एक महत्वपूर्ण उर्वरक है जो फसलों की वृद्धि और विकास को बढ़ावा देता है। यह नाइट्रोजन का एक स्रोत है, जो पौधों के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है। यूरिया खाद को आमतौर पर मिट्टी में मिलाया जाता है या पौधों के पत्तों पर छिड़काव किया जाता है।
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