मौसम विभाग ने कहां है कि साल 2023 भारत के लिए पिछले 123 सालों में दूसरा सबसे गर्म साल रहा है। हालांकि विभाग ने जनवरी के महीने में देश के अधिकांश हिस्सों में बहुत कठोर सर्दी का पूर्वानुमान भी जताया है। मौसम विभाग ने बताया कि 2023 के दौरान भारत में तापमान औसत से 0.65 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। इससे पहले 2016 में तापमान औसत से 0.71 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया था। बीते साल के अगस्त, सितंबर और नवंबर के महीने के दौरान तापमान में औसत से ज्यादा वृद्धि देखने को मिली।
इन महीनों में तापमान में औसत से लगभग 1 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी दर्ज की गई। मौसम विभाग के मुताबिक जनवरी के दौरान उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान के सामान्य से कम रहने की संभावना है। देश के कई हिस्सों में मासिक न्यूनतम तापमान के सामान्य से ऊपर रहने के आसार हैं। साथ ही मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों में शीतलहर वाले दिन सामान्य से कम होने की संभावना है।
इस गर्मी के पीछे कई कारण थे, जिनमें अल नीनो घटना, जलवायु परिवर्तन और वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैसों की बढ़ती मात्रा शामिल हैं।
गर्मी के कारण देश के कई हिस्सों में सूखा, हीटवेव और जंगल की आग जैसी समस्याएं देखने को मिलीं। यह चिंता का विषय है कि भारत में गर्मी का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। भविष्य में, हमें जलवायु परिवर्तन को कम करने और गर्मी के प्रभावों को कम करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता होगी।
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