मध्यप्रदेश में सुक्ष्म खादय उद्यम की 1,772 इकाइयां लगने जा रही हैं। इन इकाइयों के लिए प्रधानमंत्री सुक्ष्म खादय उद्यम उन्नयन योजना में ऋण स्वीकृत हो चुका हैं। इनमें सबसे ज्यादा 116 इकाइयां ग्वालियर में लगेंगी। दूसरे नम्बर पर 100 इकाइयां खरगौन में, रीवा में 47, बालाघाट में 23, टीकमगढ़ में 27 और होशंगाबाद में 22 इकाइयां लगेंगी।
गौरतलब है कि प्रदेश की 10,664 उद्यमियों ने ऋण के लिए आवेदन किया था। परीक्षण के बाद 1772 को ऋण देने योग्य पाया गया। बाकी आवेदनों पर विभिन्न स्तरों पर विचार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने युवा उद्यमियों से आगे बढ़कर इसका लाभ उठाने का आग्रह किया हैं।
इस योजना के तहत कौशल प्रशिक्षण, खाद्य सुरक्षा मानकों एवं स्वच्छता के संबंध में तकनीकी जानकारी देने एवं गुणवत्ता सुधार के माध्यम से क्षमता निर्माण किया जा रहा हैं। इच्छुक लोगों को बैंक ऋण एवं डीपीआर तैयार करने के लिए मदद दी जाती है। पूंजी निवेश, इंफ्रास्ट्रक्चर तथा ब्रांडिंग एवं विपणन सहजता समूहों को सहायता दी जा रही हैं।
व्यतिगत रूप से स्थापित होने वाले उदयम 35 प्रतिशत पर क्रेडिट लिंक्ड कैपिटल सब्सिडी का लाभ ले सकते हैं। अधिकतम सब्सिडी 10 लाख रुपए तक की हो सकती है। लाभार्थी का योगदान 10 प्रतिशत होना चाहिए। बाकी राशि बैंक ऋण होगी। स्व सहायता समूहों को वर्किंग कैपिटल उपलब्ध कराने का भी प्रावधान है। एक जिला एक उत्पाद में चुने जाने वाले उत्पादों पर आधारित इकाइयों को प्राथमिकता मिलेगी।
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